बकरी को बाघ से लड़ता देख बना था ये किला, कुतुबमीनार से भी ऊंची है लंबाई
- मंडोर पर अधिकार करने के बाद उन्हें लगा कि यह किला मारवाड़ की राजधानी के लिए उपयुक्त नहीं है।

- यह किला उनके पूर्वज राव चूड़ा जी ने 1394 में जीता था, राव जोधा ने खुद के नाम पर नया शहर व किला बनाने की योजना बनाई।
- जब राव जोधा ने राजस्थान की मसूरियां पहाड़ी पर किला बनाना प्रारंभ किया तो वहां पर उन्हें किसी बुरी बात की आशंका होने लगी।

- इसी पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेव जी के गुरु बालकनाथ जी की गुफा में जाकर उन्होंने इसका कारण पूछा तो उन्होंने राव जी को कहां कि किला इस पहाड़ी पर नहीं बनाकर वे कहीं और बनाएं।